ठाणे-वर्तमान समय मे कोरोना के संक्रमण काल के चलते प्रत्येक लोग स्वास्थ्य को लेकर सजग हो चुके हैं. लेकिन वही दूसरी तरफ आदिवासी परिवार आज भी अपने पुराने ढर्रे पर ही चल रहे है. अर्थात एक प्रकार ऐसा भी कहा जा सकता है कि आदिवासियों तक आज भी सरकारी मशीनरी नहीं पहुंच पा रही है. इसीलिये निजी संस्थाएं इनके देखभाल और स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नजर आ रही हैं. ठाणे शहर से 1600 फुट की ऊंचाई पर स्थित येऊर के आदिवासियों के स्वास्थ्य को लेकर ग्रैंड मराठा फाऊंडेशन सामने आया है और इन आदिवासियों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें दवाएं, सॅनिटायजर, साबुन, मास्क और अन्य स्वास्थ्य वर्धक सामानों को वितरित किया. 500 आदिवासियों का ऑक्सीजन और ब्लड प्रेशर की हुई जांच
येऊर के 500 आदिवासी भाईयों का रक्तदाब (ब्लड प्रेशर), शरीर का ऑक्सीजन स्तर, बुखार सहित अन्य बीमारियों की जांच ग्रैंड मराठा फाउंडेशन की तरफ से की गई. इस दौरान फाऊंडेशन के संस्थापक रोहित शेलाटकर व उनकी माँ विश्वस्त माधवीताई शेलाटकर आदि मौजूद थे. जबकि इस स्वास्थ्य शिविर में प्रमुख अतिथि के रूप में राजेश तावडे और शिविर में हेमंत जाधव, मोहन देसाई, संजय ठाकुर,अमरेन्द्र तिवारी मितेश देशमुख आदि मौजूद थे.