टोल टैक्स में 18 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी टोल टैक्स भरिये, गड्ढे में गिरिये
मुंबई-देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बाहर से आने वाले यात्रियों को राज्य सरकार ने जोर का झटका धीरे से दिया है. मुंबई का प्रवेश द्वार माने जाने वाले वाशी, मुलुंड, ऐरोली, एलबीएस रोड (ठाणे) तथा दहिसर के टोल नाकों पर एक अक्टूबर से टोल की बढ़ी हुई नई दरें लागू हो गयी हैं। राज्य सरकार ने पिछले टोल दर के मुकाबले में लगभग 18 प्रतिशत की वृद्धि की है. नई दरों के मुताबिक पैसेंजर कार के लिए एक दिशा में अब 35 की बजाय 40 रुपये खर्च करने होंगे। नई दरें 23 सितंबर, 2023 तक लागू रहेंगी। राज्य सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार फ्लाइओवर, सड़कों इत्यादि के रखरखाव के लिए करीब 18 प्रतिशत टोल रेट बढ़ाए गए हैं, जो पिछले 6 वर्षों से नहीं बढ़े थे। कारों के अलावा एक दिशा में व्यवसायिक वाहनों के लिए 10 रुपये, ट्रकों और बसों के लिए 25 रुपये बढ़ाए गए हैं।
मुंबई एंट्री पॉइंट टोल लिमिटेड को इससे 2027 तक 11,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि सड़कों और पुलों के रखरखाव के नाम पर 2002 में सभी पॉइंट पर टोल वसूलने की शुरुआत की गयी थी. बाद में इसे 2010 तक के लिए बढ़ा दिया गया। अब टोल वसूलने के लिए सरकार द्वारा 2027 तक की सीमा बढ़ा दी गई है। अकसर काम के सिलसिले में मुंबई से बाहर जाने और आने वाले यात्रियों का मानना है कि टोल टैक्स तो सरकार ने बढ़ा दिया, उन गड्ढों का क्या जिससे गाड़ियों का अस्थि पंजर ढीला हो जाता है. सरकार को टोल वसूलने के साथ सड़कों के गड्ढों पर भी ध्यान देना चाहिए। वरना यही होगा कि टोल टैक्स भरिये साथ ही गड्ढे में गिरिये।