अभिनेत्री ध्रुवी हल्दांकर, जो वर्तमान में सीरियल ‘विघ्नहर्ता गणेश’ में नज़र आ रही हैं, वे अपने पिता को अपनी प्रेरणा बताती हैं। ध्रुवी बताती हैं कि मेरे पिता दीपक हल्दानकर ने अपने करियर की शुरुआत निर्माता और छायाकार, दिवंगत नरीमन ईरानी के साथ फ़ीचर फ़िल्मों में काम करके की थी। उन्होंने उन्हें तलाश, महाराजा, बलिदान और पाकीज़ा जैसी फ़िल्मों में सहायता की थी। मेरे पिता ने छायाकार अनवर सिराज, जो डीसूज़ा, ए सलाम और दारा इंजीनियर के साथ भी काम किया। ध्रुवी आगे बताती हैं, “बचपन से मैंने अपने पिता को अपने कैमरे और लेंसों की सफाई और समायोजन करते देखा है। मुझे याद है कि मैं कई बार सेट पर उनके कैमरे का बैग और उपकरण ले जाती थी और इससे ही फिल्मों में मेरी रुचि विकसित हुई। मेरे पिता पहले सिनेमैटोग्राफर हैं जो अंटार्कटिका में रहे हैं। वे छह महीने तक वहाँ रहे थे। उन्होंने एक वैज्ञानिक अभियान फिल्माया था। वह बछेंद्री पाल और शरवती प्रभु के साथ दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ चुके हैं। वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने राजीव गांधी और इंदिरा गांधी जैसे प्रधानमंत्रियों के लिए आधिकारिक फोटोग्राफर के रूप में काम किया है। मेरे पिता ने 127 देशों की यात्रा की है और वह 5000 डॉक्यूमेंट्रीज का हिस्सा रहे हैं। वह वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं और हमेशा मुझे प्रोत्साहित करते हैं। उनकी वजह से ही मैं फिल्म बनाने की कई तकनीकी से वाकिफ हूं। वह यह भी कहती हैं, “मेरा सपना एक दिन अंटार्कटिका की यात्रा करना है और मैं पेंगुइन के साथ एक फिल्म का निर्देशन करना चाहूंगी। और अपने पिता को और अधिक गौरवान्वित करना चाहती हूं।
संतोष साहू