मुंबई । कोरोना की रोकथाम के लिए जरूरी टीका मुंबई में आने पर सबसे पहले कोरोना योद्धा डॉक्टर, नर्स, कर्मचारी और पुलिस वालों को दिया जाएगा । पूरी मुंबई के लोगों को यह टीका मुफ्त में दिया जाएगा । डब्ल्यूएचओ और भारतीय टीकाकरण करने के मार्गदर्शन के हिसाब रसे कोरोना का टीका लगाया जाएगा । यह जानकारी मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने दी ।
कोरोना के टीके को जिस जगह रखना है,उसमें से एक कांजूरमार्ग स्थित परिवार संकुल के स्वास्थ्य केंद्र का दौरा महापौर किशोरी पेडणेकर और उप महापौर सुहास वाडकर ने किया । इस अवसर पर मनपा स्वास्थ्य समिति की अध्यक्षा प्रविणा मोरजकर, पूर्व स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष अमेय घोले, शिवसेना नगरसेविका सुवर्णा करंजकर, सहायक आयुक्त रमाकांत आचरेकर, डॉ. अविनाश अंकुश, डॉ.शिला जगताप, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी आदि उपस्थित थे ।तीन विभाग में कोरोना का टीका रखा जाएगा मुंबई में कोरोना की रोकथाम के लिए जल्द ही टीका मिलने की संभावना है ।
यह टीका मुंबई में आने पर उसे रखने के लिए शहर के एफ/ दक्षिण भाग, पश्चिम उपनगर में गोरेगांव और पूर्व उपनगर में कांजूरमार्ग केक मनपा परिवार के संकुल के स्वास्थ्य केंद्र में तैयार किया जा रहा है ।कांजुरमार्ग केंद्र होगा सेंट्रलमहापौर ने कहा कि कांजुरमार्ग स्थित मनपा की छह मंजिला इमारत की तीन मंजिले स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए उपयोग में लाई जाएगी । पहले मंजिल पर पांच हजार वर्ग फुट की जगह में टीका जमा किया जाएगा, इस जगह कोल्ड स्टोरेज बनाया जा रहा है। इसके लिए दिसंबर तक निविदा निकाला जाएगा ।
जनवरी माह में इस जगह पर कोरोना का टीका जमा रखने के लिए आवश्यक मशीनरी तैयार की जाएगी । फेरवरी – मार्च तक टीका जमा रखने का केंद्र कार्यान्वित करने का विचार है।1.20 करोड़ टीके का डोज रखने की क्षमता कांजुरमार्ग में प्रस्तावित टीका जमा रखने के केंद्र में + 2℃ से + 8℃ तापमान में टीका जमा रखा जाएगा।
40 क्यूबिक मीटर के 2 उपकरण लगाया जाएगा। एक -15℃ से -25℃ तापमान वाले एक क्यूबिक मीटर का एक उपकरण ( वॉक इन फ्रीज) लगाया जाएगा।कोल्ड स्टोरेज में 1.20 लाख डोज टीका रखने की व्यवस्था रहेगी। यह बात सहायक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीला जगताप ने दी।कोल्डस्टोरेज के लिए बिजली की बचत व सौर उर्जा का उपयोगकोल्डस्टोरेज में रखे जाने वाले टीके पर सूर्यप्रकाश का खराब असर न हो इसके लिए अलग व्यवस्था की जाएगी। उसी तरह बिजली की बचत हो इसके लिए इमारत की छत पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा। इससे 50 प्रतिशत बिजली बचेगी।