भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चीफ (Chief) जेपी नड्डी (J.P.Nadda) के काफिले पर पथराव के बाद बंगाल की राजनीति गरमा गई है। ममता के चुभते बोल के बाद बीजेपी नेता भी पलटवार करने से नहीं चूक रहे हैं। अब अमित शाह (Amit Shah) के दौरे से सियासी पारा फिर गरमाने लगा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 19 दिसंबर को बंगाल पहुंच रहे हैं। वह दो दिनों तक बंगाल में रहेंगे। डेढ़ महीने में यह दूसरी बार है जब अमित शाह पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव (Election in Bengal) होने हैं। इससे पहले यहां की सियासत गरमाती जा रही है। टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमले का आरोप लगा है। अब अमित शाह (Amit Shah) कोलकाता पहुंच रहे हैं।
पहले दौरे से पहले उनके राज्य में जाने की तारीख काफी पहले घोषित कर दी गई थी। अब अचानक फिर से बंगाल के दौरे को लेकर अलग मायने निकाले जा रहे हैं। अमित शाह के इस दौरे को बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हुए हमले से जोड़कर देखा जा रहा है।
गुरुवार को कोलाकात के डायमंड हार्बर जाते वक्त जेपी नड्डा के काफिले पर पत्थर फेंके गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडे से हमला भी किया गया। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी काफिले में मौजूद थे। उनकी भी गाड़ी के शीशे तोड़े गए। इस संबंध में बंगाल बीजेपी यूनिट के अध्यक्ष दिलीप घोष ने स्थानीय प्रशासन और अमित शाह को खत लिखा था।
कहा जा रहा है कि बीजेपी के नेताओं पर लगातार बंगाल में हो रहे हमलों को लेकर हाईकमान नाराज है। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में अब बीजेपी और ममता सरकार के बीच सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। अमित शाह बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए एक बार फिर से यहां पहुंचेंगे। कहा जा रहा है कि दिलीप घोष का पत्र मिलने के बाद अमित शाह ने राज्य के गृह सचिव को पत्र लिखा है।
अमित शाह ने किए लगातार दो ट्वीट
हमले के बाद अमित शाह (Amit Shah) ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट (Tweet) करके ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंने लिखा, ‘बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा। तृणमूल शासन में बंगाल अत्याचार, अराजकता और अंधकार के युग में जा चुका है।’
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘टीएमसी के राज में पश्चिम बंगाल के अंदर जिस तरह से राजनीतिक हिंसा को संस्थागत कर चरम सीमा पर पहुंचाया गया है, वह लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए दु:खद भी है और चिंताजनक भी।’